जीटीबी अस्पताल में हिंसा में घायल हुए सबसे ज्यादा लोग पहुंचे है। जब से हिंसा हुई है उसमें घायल होकर अस्पताल पहुंच लोगों में कुल 25 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। दो दिन में महज 6 लोगों का पोस्टमार्टम ही हो पाया है। मंगलवार को दो लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है जिसमें शहीद रतनलाल भी शामिल थे। वहीं बुधवार को महज 4 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है। इसके चलते पहले अपनों के खोने का गम फिर उनका शव पाने का लंबा इंतजार परिजनों की मुश्किल बढ़ा रहा है।
अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो बताया गया कि हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। उसके अलावा भी अस्पताल में दूसरे केस में भी लोगों की मौत होती है। उस अनुपात में पोस्टमार्टम करने वालों डॉक्टर और कर्मचारी की संख्या यहां पर कम है। इसलिए देरी हो रही है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अगर डॉक्टर की टीम नहीं बढ़ाई तो सभी लोगों का पोस्टमार्टम करने में 3 से 4 दिन का समय लगेगा।