गैस एजेंसी के लिए किया था ऑनलाइन आवेदन, गंवा बैठे 15 लाख

गैस एजेंसी के लिए किया था ऑनलाइन आवेदन, गंवा बैठे 15 लाख

 


बेतिया : यूं तो साइबर अपराधी अक्सर फोन करके बैंकिंग डिटेल की जानकारी हासिल करके रुपयों की चपत लगाते हैं, लेकिन कुछ लोग खुद ही इन साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसकर अपनी जमा पूंजी गंवा बैठ रहे हैं. ऐसा ही मामला जिले के भंगहा थाना क्षेत्र का है. यहां के रामपुर निवासी रोहित प्रसाद चौधरी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है.

रोहित को एचपीसीएल की गैस एजेंसी देने के नाम पर साइबर अपराधियों ने 15 लाख 19 हजार एक सौ रुपये ठग लिया. इस मामले में रोहित ने भंगहा थाने में एफआइआर दर्ज करायी है. पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने बताया कि भंगहा थानाध्यक्ष को तकनीकी आधार पर छानबीन कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.

रोहित प्रसाद चौधरी ने बताया है कि 23 मई 2019 को उन्होंने एक वेबसाइट पर गैस एजेंसी के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरा. इसके बाद एप्रूवल लेकर इमेल तथा वाट्सएप के माध्यम से प्राप्त हुआ. 6 जून 2019 को एचपीसीएल कंपनी के नाम पर मुंबई से जारी किया गया एनओसी मिला. इसके बाद 16 जुलाई 2019 को सेलिंग गैस इन सिलेंडर का लाइसेंस ऑनलाइन निर्गत कर दिया गया.

इसी बीच सिकंदर पाल व सुधांशु चतुर्वेदी ने अपने को एचपीसीएल का अधिकृत पदाधिकारी बताते हुए फोन किया. कहा कि इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आपको ऑनलाइन पैसा भेजना होगा. दोनों के झांसे में आकर रोहित चौधरी ने 15 लाख 19 हजार एक सौ रुपये अलग-अलग तारीख पर दोनों के बताये खातों में ट्रांसफर कर दिया. दो जनवरी 2020 को रोहित ने एचपीसीएल के तथाकथित पदाधिकारियों से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, तो उनका फोन संपर्क से बाहर बताने लगा.

मुंबई जाने पर ठगी का हुआ एहसास
रोहित के अनुसार, जब तथाकथित पदाधिकारियों से संपर्क नहीं हुआ, तो वह एचपीसीएल के मुंबई स्थित कार्यालय में गये. वहां उन्होंने संपर्क किया और सारी जानकारी दी. इस पर उन्हें जानकारी मिली कि साइबर अपराधियों ने उनके साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया है.