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Arshi raza
हाॅर्स ट्रेडिंग को लेकर मचे घमासान के बीच तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने बुधवार को शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा आरोप लगाया। परमार ने कहा- चौहान ने मुझे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के लिए 35 करोड़ रुपए का ऑफर दिया। उन्होंने मनचाहा मंत्री पद दिए जाने और आगे भी ध्यान रखने की बात कही थी। पूर्व सीएम ने वाॅट्सएप कॉल के जरिए मुझसे संपर्क किया था। कॉल 2 मार्च की शाम 7 से 8 बजे के बीच आई थी। चौहान ने भाजपा में आने और जीवनभर ध्यान रखने की बात कही। इससे पहले 1 मार्च को भी पूर्व सीएम का कॉल मेरे पास आया। विधायक परमार ने कहा- चौहान ने किसी और से फोन लगवाकर बात की। ने परमार से मोबाइल नंबर पूछा तो उन्होंने कहा वॉट्सएप कॉलिंग थी, नंबर मेरे पास नहीं है। विधायक परमार ने यह भी कहा- चौहान महाकाल मंदिर में कसम खाकर कहें कि उन्होंने मुझे फोन लगाकर 35 करोड़ का ऑफर नहीं दिया। मेरी बात सच नहीं हो तो मैं भगवान महाकाल के मंदिर में जाकर जीवनभर के लिए राजनीति से संन्यास ले लूंगा। उनसे पूछा कि 2 दिन तक यह बात क्यों छिपाए रखी तो उनका कहना था मैंने 2 मार्च को ही मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, जिले के प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, मंत्री जीतू पटवारी, मंत्री जयवर्धन सिंह को इससे अवगत करा दिया था। उन्होंने आगे कहा- मुझ जैसे कार्यकर्ता को कांग्रेस ने विधायक बनाया, मरते दम तक कांग्रेस और कार्यकर्ताओं के लिए समर्पित रहूंगा।
कांग्रेस ने कहा- भाजपा स्वस्थ राजनीति की बात करती, नेता खरीद-फरोख्त कर रहे
दूसरी तरफ कांग्रेस के जिला प्रवक्ता विवेक गुप्ता ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मेल किया है कि शिवराज सिंह चौहान और अन्य भाजपा नेता जनादेश के बाद बनी कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए हमारे विधायकों को खरीद-फरोख्त के प्रलोभन दे रहे हैं। चौहान ने तराना के विधायक महेश परमार को 35 करोड़ रुपए और भाजपा सरकार बनने पर मंत्री पद का लालच दिया जाना निंदनीय है। आपकी पार्टी स्वच्छ स्वस्थ राजनीति की बात तो करती है लेकिन आपके नेताओं और शिवराज सिंह के कृत्य बाद आपकी पार्टी का चेहरा जनता के समक्ष उजागर हो चुका है। आप चौहान और नरोत्तम मिश्रा को पार्टी से निष्कासित करें। बुधवार को आगर पहुंचे पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा में कहा- कांग्रेस के विधायक भी सरकार से नाराज हैं। एक-दूसरे को निपटाने में लगे हैं। वो कुछ भी कहते रहें, उनका काम केवल आरोप लगाना है।