कोरोना को पिचकारी से भिगाकर हाई अलर्ट के बीच खेली मस्ती वाली होली


रायपुर। नगाड़े की थाप, उड़ते गुलाल, रंगों से भरी पिचकारी और फाग गीत गाते मस्तानों की टोली के बीच होली का रंग छत्तीसगढ़ के लोगों के सर पर चढ़ता नजर आ रहा है। हल्की बदली के बीच लोग जमकर होली का मजा ले रहे हैं। एक तरफ कोरोना वायरस के खतरे की वजह से सरकार ने अलर्ट भी जारी किया है, लेकिन बहुत से लोगों ने कोरोना के खतरे को पिचकारी की धार से भिगाकर दूर कर दिया और जमकर होली के रंग में रंगे दिखे। हालांकि लोगों ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस बार होली खेलने में थोड़ी सावधानी भी बरती है, बहरहाल त्योहार की खुशी और इसके रंग में कोई फीकापन देखने को नहीं मिला। दूसरी तरफ पुलिस भी चाक चौबंद नजर आ रही है। चौक चौराहों पर जवान मुस्तैदी के साथ तैनात हैं और मस्ती में डूब कर ट्रैफिक रूल भूल बैठे लोगों पर कार्रवाई भी की जा रही है।


होली के त्यौहार में सबसे ज्यादा बच्चे रमे नजर आ रहे हैं। चेरहे पर अलग-अलग रंग पोते जगह-जगह बच्चों की टोलियां भी नजर आ रही हैं और लोग गले लगाकर एक-दूसरे को त्योहार की बधाइयां दे रहे हैं। सोमवार की प्रदेश समेत राजधानी के गली-मोहल्लों में विभिन्न् संगठनों के माध्यम से कंडे की होलिका दहन किया गया। लगभग शहर में ही 20 सामाजिक संगठनों ने नईदुनिया के अभियान कंडे की होली को न केवल सराहा, बल्कि होलिका दहन में लकड़ी से दूरी बनाते हुए कंडे की होली जलाई। इस दौरान शपथ भी ली कि हर वर्ष कम से कम पांच संगठनों को कंडे की होली जलाने के लिए जागरूक भी करेंगे। ज्ञात हो कि लगातार अभियान के बाद संगठनों में जागरूकता दिखी। इसका प्रभाव यह हुआ कि कंडे की होली जलाने से पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 40 फीसद लकड़ी की खपत कम हुई है।


कोरोना से बचकर ऐसे खेलें होली


होली को देखते हुए कोरोना वायरस के खतरों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल, एम्स सहित जिला अस्पताल में चिकित्सक को तैनात किए गए हैें। चिकित्सकों ने बीमारी से बढ़ते खतरे के बीच मांसाहार से दूर रहने की सलाह दी है।


ऐसे फैलती है बीमारी


संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से, हवा के माध्यम से लोगों में फैलता है। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति को छूने, हाथ लगाने से भी खतरा रहता है।