यस बैंक को संकट से निकालने के लिए जल्द नई योजना लाएगा रिजर्व बैंक









report by 


Arshi raza 



रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए जरूरत के हिसाब से हर तरह का हस्तक्षेप करने के लिए तैयार हैं। यस बैंक को लेकर दास ने आश्वस्त किया है कि यस बैंक के संकट का समाधान बहुत तेज़ी से किया जाएगा वो भी 30 दिन के अंदर। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने शुक्रवार को यस बैंक को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्रीय बैंक से त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।यहां संवाददाताओं से बातचीत में दास ने कहा, '' यस बैंक का समाधान बहुत तेजी से कर लिया जाएगा। हमने इस पर रोक के लिए 30 दिन की समय सीमा तय की है। रिजर्व बैंक की ओर से इस दिशा में आप बहुत जल्द कार्रवाई होते देखेंगे। उन्होंने कहा कि यस बैंक पर रोक लगाने का निर्णय किसी एक इकाई को ध्यान में रखकर नहीं किया गया। बल्कि यह निर्णय देश के बैंकिंग क्षेत्र और वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने के 'व्यापक संदर्भ को लक्ष्य करके किया गया है।दास ने कहा, '' मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हमारा बैंकिंग क्षेत्र पूरी तरह से सुचारू और सुरक्षित बना रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्रीय बैंक पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, '' वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को बनाए रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। यस बैंक पर रोक लगाए जाने के समय के बारे में दास ने कहा कि हमेशा रिजर्व बैंक के सक्रियता से काम करने या किसी काम में बहुत समय लेने को लेकर बहस बनी रहती है। उन्होंने कहा, ''मेरे मत में यह उपयुक्त समय है। मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि आरबीआई बहुत जल्द यस बैंक के पुनरोद्धार के लिए एक योजना लेकर आएगा।दास ने कहा, ''नियामकीय पुनर्गठन के बजाय एक बैंक या बाजार आधारित पुनरोद्धार हमेशा अधिक बेहतर विकल्प होता है। बैंक के प्रबंधन को एक विश्वसनीय पुनरोद्धार योजना तैयार करने के लिए पूरा अवसर दिया गया। बैंक ने प्रयास भी किए, लेकिन जब हमें लगा कि हम और इंतजार नहीं कर सकते तथा हमें और इंतजार नहीं करना चाहिए तो हमने हस्तक्षेप का निर्णय किया।नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने शुक्रवार को फ्यूचर एंड ऑप्शन सहित विभिन्न क्षेत्रों में यस बैंक के शेयरों पर प्रतिबंध लगा दिया। एनएसई की अधिसूचना के अनुसार प्रतिबंध के तहत रखी गई श्रेणियों में ऋण, प्रतिभूति उधार और उधार योजना, मुद्रा डेरिवेटिव, कमोडिटी डेरिवेटिव, वायदा और विकल्प शामिल हैं।वहीं प्रशांत कुमार ने यस बैंक के प्रशासक के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। यस बैंक ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और सीएफओ प्रशांत कुमार ने इसके प्रशासक के रूप में कार्यभार संभाल लिया है।बता दें रिजर्व बैंक ने गुरुवार को उसने नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। गुरुवार सुबह यह खबर आने के बाद कि एसबीआई यस बैंक में हिस्सेदारी लेगा, उसके शेयर 29 फीसदी तक चढ़ गए। लेकिन शुक्रवार को इसके शेयर 70 फीसद से अधिक टूट गए। यह 52 हफ्ते के अपने सबसे निचले स्तर पर है। बता दें  एसबीआई बोर्ड ने नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक में निवेश के लिए 'सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के केंद्रीय बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक में मामले पर चर्चा की। देर शाम, एसबीआई बोर्ड ने शेयर बाजारों को सूचित किया, ''यस बैंक से संबंधित मामले पर गुरुवार को बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई और बोर्ड ने बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है।